Success Story of Shashi Bhushan: मशरूम की खेती के बारे में आपने बहुत सुना होगा कुछ ऐसा ही एक बिहार के उद्यमी ने मशरूम की खेती करके लाखों रुपए का बिज़नेस खड़ा कर दिया है। इस मशरूम की खेती से शशि भूषण तिवारी की किस्मत रातों-रात चमक उठी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में शशि भूषण सब्जी का व्यापार करते थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान उन्हें अपने गांव मुजफ्फरपुर वापस लौटना पड़ा। यहां आने के बाद उन्होंने बहुत सोच विचार करने के पश्चात अपने ही खेत में बटन मशरूम की खेती शुरू कर दी।
आज वर्तमान समय में इस व्यवसाय से शशि ने लाखों का टर्नओवर वाला व्यापार बना लिया है। अगर बात की जाएं तो शुरुआती दिनों में शशि एक छोटे से कमरे में PUF पैनल और हवा के लिए AC जैसी नई तकनीकों और मशीनों का उपयोग करके बटन मशरूम की खेती करना शुरू किये।
शुरुआती दिनों में तो काम बस जैसे तैसे चल रहा था, लेकिन जैसे ही धीरे-धीरे उनके व्यापार में हवा पकड़ी उन्हें सफलता मिलने पर उन्होंने अपने काम को और बड़े विस्तार में कर दिया। एक छोटे से कमरे से बटन मशरूम की खेती का शुरुआत करने वाले शशि के पास वर्तमान समय में उत्पादन के लिए 20 कमरे उपलब्ध हैं, जहां वे रोजाना 1.7 से 1.8 टन मशरूम का उत्पादन करते है। जिससे वे प्रतिदिन 2 लाख रुपये तक कमा लेते है। अगर मुनाफे की बात की जाए तो सभी खर्च काटकर भी 10 लाख रुपये का मासिक मुनाफा प्राप्त होता है। उनके इस व्यवसाय से गांव के लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हुए। आज शशि के खेत में 100 से 150 तक महिला एवं पुरुष कार्य करते हैं।
गांव की महिलाओं को बना रहे सशक्त एवं मजबूत
शशि भूषण के इस खूबसूरत पहल से सामाजिक बदलाव भी खूब हो रहा है। जहां एक तरफ बिहार में गांव की महिलाएं घर से निकलने में संकोच करती थी। वे घर में ही सीमित रह जाती थी। वे आज शशि के कंपनी में कार्य करती हैं। शशि भूषण गाँव की महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें घर से लाने और ले जाने की सुविधा भी प्रदान करते हैं। इसके अलावा उन्होंने कई गाँव की महिलाओं को मशरूम की खेती का प्रशिक्षण भी निशुल्क प्रदान किया है। इतना ही नहीं उनके यहां कॉलेज स्टूडेंट्स भी पार्ट टाइम में कार्य करते हैं। आज वर्तमान समय में शशि भूषण ने अपने व्यवसाय को लाखों रुपए की कीमत का बना दिया है। उनके पास अपने व्यवसाय का लाइसेंस तो है लेकिन वह अभी तक भारत में ही सीमित है उन्होंने विदेश में अपने व्यापार को बढ़ाने के बारे में अभी ज्यादा विचार नही किया है।